झांसी न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश में इस बार मानसून की रफ्तार धीमी पड़ती नजर आ रही है, जिससे राज्य के कई हिस्सों में तापमान बढ़ने लगा है। मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, लखनऊ, झांसी, प्रयागराज, कानपुर और वाराणसी जैसे जिलों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जा सकता है। नमी की कमी और गर्म हवाओं के चलते आने वाले दिनों में लू की स्थिति बनने की आशंका जताई जा रही है, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस साल उत्तर प्रदेश में मानसून देरी से पहुंचा है और उसकी ताकत भी सामान्य से कम है। इसके पीछे मुख्य कारण अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी युक्त हवाओं का कमजोर प्रवाह है, जो उत्तर भारत तक पूरी ताकत से नहीं पहुंच पा रही हैं। इसके अलावा, राजस्थान और पंजाब में बने उच्च दबाव क्षेत्र ने भी नमी के प्रवाह को रोक दिया है, जिससे बादल तो बनते हैं, लेकिन बारिश नहीं हो रही है।
इस गर्मी से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने आम जनता को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। लोगों को दोपहर 12 से 4 बजे के बीच बाहर निकलने से बचने, हल्के और ढीले कपड़े पहनने, और अधिक पानी पीने की सलाह दी गई है। वहीं, प्रशासन को सार्वजनिक स्थानों पर शीतल पेय और छांव की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि लोग लू से बच सकें।
किसान भी इस स्थिति से प्रभावित हो रहे हैं, क्योंकि धान की रोपाई का समय नजदीक है, लेकिन बारिश न होने से खेत सूखे पड़े हैं। सिंचाई के लिए किसान ट्यूबवेल और पंप सेट का सहारा ले रहे हैं, जिससे बिजली की खपत और डीजल पर निर्भरता बढ़ गई है। किसान संगठन राज्य सरकार से फसल बीमा और बिजली सब्सिडी जैसी राहत पैकेज की मांग कर रहे हैं। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 5-7 दिनों तक बारिश की कोई संभावना नहीं है, लेकिन जून के तीसरे सप्ताह में कुछ सुधार की उम्मीद है, जब बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव क्षेत्र बनने की संभावना है।