झांसी न्यूज डेस्क: झांसी शहर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट, बीड़ा और डिफेंस कॉरिडोर जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स की वजह से विकास की रफ्तार पकड़ चुका है। इसी के साथ यहां पर्यटकों की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है, जिससे होटल और ढाबों जैसी सुविधाओं की मांग बढ़ गई है। इसी जरूरत को देखते हुए उद्योग विभाग में एक विशेष वर्कशॉप का आयोजन किया गया, जिसमें होटल मालिकों, ढाबा संचालकों और निवेशकों को उत्तर प्रदेश सरकार की नई पर्यटन नीति की जानकारी दी गई।
पर्यटन अधिकारी कीर्ति ने बताया कि विभाग की कोशिश है कि प्रमुख पर्यटक स्थलों के साथ-साथ नेशनल और स्टेट हाईवे के किनारे भी ऐसी जगहें तैयार की जाएं, जहां ढाबों और होटलों में हाई-लेवल सुविधाएं उपलब्ध हों। इससे सफर के दौरान रुकने वाले पर्यटकों को भी अच्छा अनुभव मिलेगा। इस कैंप में पर्यटन, उद्योग, राजस्व और जीएसटी अधिकारियों के साथ-साथ व्यापार मंडल के प्रतिनिधियों और निजी होटल कारोबारियों ने भी भाग लिया।
उद्योगपति वीरेंद्र राय और व्यापारी पवित्र खन्ना ने इस नीति की सराहना करते हुए कहा कि इससे बुंदेलखंड में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। व्यापारी नेता संजय पटवारी ने कहा कि यह नीति बुंदेलखंड की सांस्कृतिक पहचान और खानपान को देश-दुनिया तक पहुंचाने का ज़रिया बन सकती है। उन्होंने सुझाव भी दिए कि कुछ सुधारों के साथ इस नीति को और भी प्रभावशाली बनाया जा सकता है।