बड़ी-बड़ी इमारतें, चमचमाती सड़कें, बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर और मॉडर्न लाइफस्टाइल के लिए मशहूर दुबई को दुनिया के सबसे साफ-सुथरे शहरों में गिना जाता है। आमतौर पर यह माना जाता है कि जहां इतनी साफ-सफाई और हाईटेक सुविधाएं हों, वहां गंदगी या उससे जुड़ी समस्याएं न के बराबर होंगी। लेकिन हाल के दिनों में दुबई एक ऐसी परेशानी से जूझ रहा है, जिसने सरकार और आम लोगों दोनों की चिंता बढ़ा दी है। यह परेशानी है मच्छरों का बढ़ता आतंक।
एक न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की हेल्थ मिनिस्ट्री ने मच्छरों को लेकर अलर्ट जारी किया है। मंत्रालय ने चेतावनी दी है कि अगर मच्छरों की संख्या इसी तरह बढ़ती रही, तो डेंगू, मलेरिया और जीका जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ सकता है। यही वजह है कि सरकार इस समस्या को हल्के में लेने के बजाय गंभीर कदम उठा रही है।
मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी
UAE के स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोशल मीडिया के जरिए लोगों को जागरूक करने के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। इस पोस्ट में साफ तौर पर कहा गया है कि मच्छर के काटने को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। मंत्रालय ने लोगों से अपील की है कि मच्छरों से बचाव के लिए जरूरी सावधानियां अपनाएं और किसी भी तरह के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति को बुखार, तेज सिर दर्द, आंखों के पीछे दर्द, जोड़ों या शरीर में लगातार दर्द जैसी शिकायत होती है, तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। ये मच्छर जनित बीमारियों के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं। इसके अलावा, अगर मच्छर काटने के बाद ज्यादा जलन, सूजन या खुजली हो रही है, तो भी सतर्क रहना जरूरी है।
पर्सनल केयर और रोकथाम पर जोर
हेल्थ मिनिस्ट्री ने केवल व्यक्तिगत सावधानी ही नहीं, बल्कि सामूहिक जिम्मेदारी पर भी जोर दिया है। सरकार ने लोगों से अपील की है कि घरों और आसपास के इलाकों में पानी को लंबे समय तक एक जगह जमा न होने दें। फूलों के गमले, कूलर, पानी की टंकी, बालकनी या खुले बर्तनों में जमा पानी मच्छरों के पनपने का सबसे बड़ा कारण बनता है।
मंत्रालय ने सलाह दी है कि पानी को समय-समय पर बदलते रहें और जहां जरूरत न हो, वहां पानी जमा होने से रोकें। इसके साथ ही मच्छरदानी, रिपेलेंट क्रीम और स्प्रे का इस्तेमाल करने की भी सिफारिश की गई है। सरकार द्वारा बताए गए उपायों का पालन करके ही मच्छरों की संख्या पर प्रभावी नियंत्रण पाया जा सकता है।
साफ शहर में मच्छरों की चुनौती
यह सवाल भी उठता है कि इतना साफ-सुथरा और आधुनिक शहर होने के बावजूद दुबई में मच्छरों की समस्या क्यों बढ़ रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि बदलता मौसम, नमी, अचानक बारिश और शहरी इलाकों में छोटे-छोटे जल स्रोत मच्छरों के पनपने के लिए अनुकूल माहौल बना रहे हैं। इसके अलावा, कंस्ट्रक्शन साइट्स और खुले स्थानों पर जमा पानी भी इस समस्या को बढ़ा रहा है।
आइसलैंड: जहां नहीं है एक भी मच्छर
दुनिया के ज्यादातर देशों में मच्छर पाए जाते हैं। फ्रांस, स्विट्जरलैंड, आयरलैंड, अमेरिका जैसे विकसित देशों में भी मौसम के अनुसार मच्छरों का प्रकोप देखने को मिलता है। लेकिन इन सबके बीच एक देश ऐसा भी है, जहां आज तक एक भी मच्छर नहीं पाया गया है। यह देश है आइसलैंड।
वैज्ञानिकों के लिए भी यह एक हैरान करने वाला तथ्य है कि आइसलैंड में तालाब, झीलें और नदियां होने के बावजूद मच्छर नहीं पनपते। विशेषज्ञों के मुताबिक, इसकी वजह वहां का ठंडा और अस्थिर मौसम है। आइसलैंड में तापमान में तेजी से बदलाव होता है, जिससे मच्छरों का जीवन चक्र पूरा नहीं हो पाता। यही कारण है कि इसके पड़ोसी देश नॉर्वे, डेनमार्क और ग्रीनलैंड में मच्छर पाए जाते हैं, लेकिन आइसलैंड इससे पूरी तरह मुक्त है।