मुंबई, 25 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित स्कूल भर्ती घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार को तृणमूल कांग्रेस के विधायक जीवन कृष्ण साहा को गिरफ्तार कर लिया। मुर्शिदाबाद के बुरवान से विधायक साहा पर आरोप है कि वे मनी लॉन्ड्रिंग केस में शामिल थे। ईडी की टीम जब उनके घर पहुंची तो उन्हें पहले से भनक लग गई और वे दीवार फांदकर भागने की कोशिश करने लगे। इस दौरान उन्होंने अपना मोबाइल फोन नाले में फेंक दिया, जिसे ईडी ने बाद में बरामद कर लिया। गिरफ्तारी के समय की तस्वीरों में साहा कीचड़ में लथपथ दिखाई दिए। ईडी के मुताबिक, यह कार्रवाई एक सूचना के आधार पर की गई थी। बीरभूम के एक व्यक्ति ने स्कूल शिक्षक भर्ती घोटाले से जुड़े पैसों की लेन-देन की जानकारी दी थी। उसी के साथ ईडी टीम ने साहा के घर पर छापा मारा। इससे पहले एजेंसी उनकी पत्नी से भी पूछताछ कर चुकी थी। साहा को विशेष अदालत में पेश किया जाएगा, जहां एजेंसी उनकी हिरासत की मांग करेगी।
यह पहला मौका नहीं है जब साहा पर कार्रवाई हुई हो। 2023 में सीबीआई ने भी उन्हें इसी मामले में गिरफ्तार किया था, हालांकि बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी। यह पूरा मामला उस एफआईआर से जुड़ा है, जिसे कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर दर्ज किया गया था। अदालत ने 9वीं से 12वीं कक्षा के सहायक शिक्षकों और प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती में कथित गड़बड़ियों की जांच का निर्देश दिया था। इस घोटाले में ईडी पहले ही कई बड़े नेताओं और अधिकारियों को गिरफ्तार कर चुकी है। पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के पास 103 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी, गहने और संपत्तियां बरामद की गई थीं। चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद उन्हें टीएमसी से निलंबित कर दिया गया था। अब तक इस केस में ईडी चार चार्जशीट दाखिल कर चुकी है और इसमें कई नेताओं के नाम सामने आ चुके हैं।