सितंबर 2025 में एक बड़ी खगोलीय घटना होने जा रही है। 21 सितंबर 2025 को इस वर्ष का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण लगेगा। यह सूर्य ग्रहण भारतीय समयानुसार रात 10:59 बजे से शुरू होकर मध्यरात्रि 3:23 बजे तक चलेगा। चूंकि यह ग्रहण भारत में दृश्य नहीं होगा, इसलिए इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा। हालांकि, ज्योतिषीय दृष्टिकोण से यह दिन राशियों, मनोस्थिति, व्यापार और सेहत पर प्रभाव डालने वाला होगा।
🌑 यह रहेगा ग्रहों का विशेष गोचर
द्रिक पंचांग के अनुसार इस दिन ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी:
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बुध देव: सुबह 12:56 बजे हस्त नक्षत्र में प्रवेश करेंगे।
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राहु: सुबह 11:50 बजे पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में गोचर करेंगे।
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चंद्र देव: दोपहर 3:57 बजे उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे।
इन ग्रहों का नक्षत्रों में गोचर विशेष रूप से तीन राशियों के लिए शुभ संकेत लेकर आ रहा है।
किन 3 राशियों को मिलेगा लाभ?
1. मेष राशि
मेष राशि के लिए सूर्य ग्रहण के दिन ग्रहों का प्रभाव सकारात्मक रहेगा।
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नौकरीपेशा जातकों की लीडरशिप क्वालिटी में इज़ाफा होगा।
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नई जिम्मेदारियों का भार मिलेगा, जिससे करियर ग्रोथ के मौके मिलेंगे।
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व्यापार में प्रतिस्पर्धियों के षड्यंत्र से राहत मिलेगी और सहयोग की उम्मीद बनेगी।
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जो लोग लंबे समय से बीमार चल रहे हैं, उन्हें सेहत में सुधार महसूस होगा।
2. मिथुन राशि
ग्रहों की कृपा से मिथुन राशिवालों को सामाजिक प्रतिष्ठा और नई पहचान मिलेगी।
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नए संपर्कों से मेलजोल बढ़ेगा, जो आगे चलकर पेशेवर मदद कर सकते हैं।
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कारोबार और निवेश के लिए यह समय उपयुक्त है, खासकर रियल एस्टेट और शेयर बाजार में।
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रिश्तों में मधुरता आएगी और पारिवारिक जीवन संतुलित रहेगा।
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स्वास्थ्य की स्थिति नियंत्रण में रहेगी, खासकर उम्रदराज लोगों के लिए यह राहत की खबर है।
3. वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के लिए भी यह ग्रहण लाभकारी साबित हो सकता है।
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करियर में बड़ी उपलब्धि मिलने के संकेत हैं।
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जो लोग सरकारी सेवा, रक्षा, या रिसर्च सेक्टर में हैं, उन्हें प्रमोशन या पुरस्कार मिल सकता है।
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कला और मीडिया से जुड़े युवाओं को समाज में पहचान मिलेगी।
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मानसिक स्थिति पहले से बेहतर होगी, और आप रिश्तों को लेकर अधिक सजग रहेंगे।
भारत में नहीं दिखेगा ग्रहण, लेकिन असर रहेगा
हालांकि यह सूर्य ग्रहण भारत में दृश्य नहीं होगा, फिर भी ग्रहों के नक्षत्र गोचर का असर राशियों पर देखा जाएगा। चूंकि यह ग्रहण रात में हो रहा है और भारत में अदृश्य रहेगा, इसलिए सूतक काल का पालन नहीं करना होगा। धार्मिक दृष्टिकोण से यह दिन सामान्य रहेगा।
निष्कर्ष
21 सितंबर 2025 को लगने वाला सूर्य ग्रहण भले ही भारत में न दिखे, लेकिन इसके ज्योतिषीय प्रभाव गहरे होंगे। विशेषकर मेष, मिथुन और वृश्चिक राशियों के लिए यह दिन कई सकारात्मक बदलाव लेकर आ सकता है।
जिन लोगों की कुंडली में ये ग्रह प्रमुख स्थान पर हैं, उनके लिए ये समय उत्साहवर्धक हो सकता है। ऐसे में इस खगोलीय घटना को गंभीरता से लेना और आत्मनिरीक्षण करना उचित रहेगा।
🔭 ग्रह बदलते हैं तो किस्मत भी करवट लेती है – इस बदलाव को समझें और इसका सही उपयोग करें।