मुंबई, 28 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। राजस्थान खेल परिषद ने राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) की एडहॉक कमेटी के कन्वीनर दीनदयाल कुमावत के खिलाफ जांच के आदेश जारी किए हैं। परिषद के सचिव सुनील भाटी को पूरे मामले की जांच का जिम्मा सौंपा गया है। खेल विभाग के शासन सचिव नीरज कुमार पवन ने बताया कि एडहॉक कमेटी के चार सदस्यों — पिंकेश जैन, मोहित यादव, आशीष तिवारी और धनंजय सिंह खींवसर — ने खेल मंत्री और सहकारिता विभाग के अधिकारियों से शिकायत की थी। इन सदस्यों ने आरोप लगाया कि कन्वीनर दीनदयाल कुमावत ने खिलाड़ियों के चयन, होटल बुकिंग, किट बैग की खरीद और खर्चों में अनियमितताएं की हैं। उनका कहना है कि कुमावत ने कमेटी में तानाशाही रवैया अपनाते हुए कई निर्णय एकतरफा लिए। इस शिकायत के बाद राज्य सरकार ने मामले की जांच के निर्देश दिए। सचिव सुनील भाटी को सात दिन के भीतर रिपोर्ट तैयार कर खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर को सौंपनी है।
इस पूरे विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए दीनदयाल कुमावत ने अपने ऊपर लगे आरोपों को पूरी तरह निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि खेल परिषद की ओर से 9 करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार को उजागर करने के बाद अब विभाग के अधिकारी उन्हें डराने की कोशिश कर रहे हैं। कुमावत ने इसे इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) से जुड़ा प्रोपगेंडा करार दिया और दावा किया कि यह साजिश इसलिए रची जा रही है ताकि खेल परिषद को फिर से IPL आयोजन की जिम्मेदारी मिल सके। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले साल IPL के नाम पर करोड़ों रुपए का घोटाला हुआ था, जिसमें खुद नीरज कुमार पवन शामिल थे, जो कांग्रेस विचारधारा से जुड़े अधिकारी हैं।
पिछले कुछ समय से RCA के अंदरुनी विवाद लगातार बढ़ते जा रहे हैं। पांच सदस्यीय एडहॉक कमेटी के चार सदस्य कन्वीनर के विरोध में खुलकर सामने आ चुके हैं। इस खींचतान का असर राजस्थान की क्रिकेट गतिविधियों, खिलाड़ियों के चयन और टूर्नामेंट संचालन पर भी पड़ रहा है। हाल ही में सीनियर सिलेक्शन कमेटी को भंग कर नई कमेटी का गठन किया गया था। दीपावली स्नेह मिलन कार्यक्रम को लेकर भी संगठन के भीतर मतभेद बने हुए हैं। अब सरकार की ओर से गठित जांच समिति RCA में पिछले कुछ महीनों में हुए सभी वित्तीय और प्रशासनिक निर्णयों की समीक्षा करेगी। रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।