झांसी न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश में एक बार फिर मौसम ने करवट ले ली है। करीब 25 दिन बाद झांसी, कानपुर और बदायूं में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। वहीं, मथुरा, वाराणसी, लखनऊ जैसे शहरों में भी बूंदाबांदी देखने को मिली है। बारिश से जहां तापमान में गिरावट आई है, वहीं किसानों को फसलों के नुकसान की चिंता भी सताने लगी है।
जौनपुर और बहराइच समेत पूर्वांचल के कई जिलों में घने बादल छाए हुए हैं और करीब 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। मौसम विभाग के अनुसार, इस बार बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान इस बदलाव की वजह है। झांसी के मौसम वैज्ञानिक आदित्य सिंह का कहना है कि अगले तीन दिनों तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा और बारिश के चलते तापमान में और गिरावट दर्ज की जाएगी।
प्रदेश के कई हिस्सों में दिनभर मौसम ने अलग-अलग रंग दिखाए। वाराणसी में सुबह हल्की धूप के बाद दोपहर में बारिश शुरू हो गई, जबकि जालौन में सुबह से मूसलाधार बारिश जारी रही। झांसी में बच्चे छाते लगाकर स्कूल पहुंचे और अधिकतम तापमान 31.6 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से लगभग दो डिग्री कम था। कानपुर में भी हल्की बारिश के बाद तापमान में गिरावट आई, वहीं मथुरा में दोपहर बाद बादल छा गए और बूंदाबांदी हुई।
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, इस साल यूपी में मानसून सीजन (1 जून से 30 सितंबर) में औसतन 701.6 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि 1 से 10 अक्टूबर के बीच 42.3 मिमी बारिश हुई। कुल मिलाकर इस साल 743.9 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य स्तर के लगभग बराबर है। विशेषज्ञों का कहना है कि एटा और पश्चिमी यूपी के कई हिस्सों में नमी भरी हवाओं और पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश बढ़ी है।