झांसी न्यूज डेस्क: झांसी में एक करोड़ की चोरी के मामले में पुलिस ने रविवार देर रात मास्टरमाइंड दीपक लुहार का एनकाउंटर किया। मुठभेड़ के दौरान उसके पैर में गोली लगी और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने दीपक के पास से चोरी का सामान, तमंचा, कारतूस और बाइक बरामद की है। बताया जा रहा है कि दीपक ने ही मध्य प्रदेश की गैंग को बुलाकर चोरी कराई थी। फिलहाल इस गैंग के 5 सदस्य अब भी फरार हैं।
दो दिन पहले हुई मुठभेड़ में दीपक के दो साथी पकड़े गए थे, लेकिन वह अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला था। करीब 40 घंटे की तलाश के बाद पुलिस ने भगवंतपुरा से करगुंआजी जाने वाले कच्चे रास्ते पर घेराबंदी की, जहां फिर से मुठभेड़ हुई। इसी दौरान पुलिस की जवाबी फायरिंग में दीपक घायल हो गया।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, 9-10 जुलाई की रात को कोंछाभांवर इलाके में मेडिकल बाईपास तिराहे के पास रहने वाले महेंद्र सिंह यादव के बंगले में चोरी हुई थी। झोकनबाग निवासी दीपक लुहार इस वारदात का मास्टरमाइंड था। 4 अक्टूबर की रात को हुई पहली मुठभेड़ में वह भाग गया था, जबकि उसके दो साथी — करारी की काशीराम कॉलोनी निवासी चपारी और अम्बाबाय निवासी कुट्टू — घायल अवस्था में पकड़े गए थे।
सीओ सिटी लक्ष्मीकांत गौतम ने बताया कि रविवार रात सूचना मिली कि दीपक लुहार बिना नंबर की बाइक से भगवंतपुरा इलाके में घूम रहा है। इस पर पुलिस ने घेराबंदी की तो दीपक बाइक फिसलने से गिर गया और फायरिंग करने लगा। उसकी गोली पुलिस गाड़ी के साइड मिरर में लगी, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में वह घायल हुआ। गौरतलब है कि चोरी के दौरान चोरों ने खिड़की उखाड़कर कमरे में रखे गहने और नकदी चुराए थे, जिसकी कुल कीमत करीब एक करोड़ रुपए बताई जा रही है।