झांसी न्यूज डेस्क: झांसी की पूजा जाटव का नाम अब ‘कातिल बहू’ के तौर पर जाना जा रहा है, और वजह है उसके डरावने कारनामे। अपने पहले पति पर हमले से लेकर सास की हत्या तक, पूजा की कहानी किसी क्राइम थ्रिलर से कम नहीं है। उसके अपने ही भाई-भाभी अब उससे डरने लगे हैं और कहते हैं कि वे कभी उससे कोई रिश्ता नहीं रखेंगे। पूजा के चाल-चलन को लेकर परिवार पहले ही नाराज था और जब उसने बीमार पिता को छोड़ दिया, तभी से सभी ने उससे नाता तोड़ लिया था।
पूजा की ज़िंदगी में पहला विवाद तब शुरू हुआ जब उस पर अपने पहले पति पर जानलेवा हमला करवाने का आरोप लगा। इसके बाद वह जेल गई, वहीं से उसकी जिंदगी ने एक और खतरनाक मोड़ लिया। पेशी के दौरान वह एक शख्स कल्याण राजपूत से मिली और उसके साथ रहने लगी। कुछ समय बाद कल्याण की सड़क हादसे में मौत हो गई, लेकिन पूजा ने उसके घर में विधवा बहू की तरह रहना शुरू कर दिया। बाद में कल्याण के भाई संतोष से उसके संबंध बन गए और दोनों की एक बेटी भी हुई।
इसी घर में रहते हुए पूजा ने सास सुशीला देवी को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। उसने अपनी बहन कामिनी और उसके प्रेमी अनिल वर्मा के साथ मिलकर सुशीला को नशीला इंजेक्शन दिया और फिर उसकी हत्या कर दी। यही नहीं, घर से 8 लाख रुपये के गहने और नकदी भी लेकर फरार हो गई। शुरू में शक बड़ी बहू रागिनी पर गया, लेकिन सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल्स ने असली साजिश को उजागर कर दिया। पुलिस ने कामिनी से पूछताछ की तो पूरे मामले का खुलासा हुआ।
अब पूजा, कामिनी और अनिल तीनों गिरफ्तार हो चुके हैं। पूछताछ में पता चला कि पूजा ने कल्याण की संपत्ति में हिस्सेदारी मांगी थी जिसे सास सुशीला देवी ने ठुकरा दिया। इसी के बाद हत्या की साजिश रची गई। पूजा का परिवार भी अब उससे किनारा कर चुका है और उसका भाई साफ कहता है कि कानून जो करे, वही ठीक है – हमें उससे कोई लेना-देना नहीं। ये कहानी बताती है कि किस तरह लालच और चालाकी एक इंसान को खतरनाक अपराधी में बदल सकती है।