झांसी न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बुधवार देर रात आए तेज आंधी-तूफान और बारिश ने भारी तबाही मचाई। कहीं पेड़ गिर पड़े, तो कहीं बड़े-बड़े होर्डिंग्स उड़ गए। कुदरत के इस कहर में कई लोगों की जान भी चली गई। वहीं झांसी में एक अलग ही मंजर देखने को मिला, जहां तेज तूफान के कारण करीब 100 तोतों की जान चली गई और 50 से ज्यादा घायल हो गए।
सुबह जब ग्रामीणों ने दर्जनों तोतों को मृत और घायल हालत में जमीन पर पड़ा देखा, तो गांव में हड़कंप मच गया। लोगों ने तुरंत इसकी सूचना वन विभाग को दी। टीम मौके पर पहुंची और मृत तोतों को उठाकर दफनाने का काम शुरू कर दिया। अधिकारियों का कहना है कि यह पूरी घटना रात आए तेज आंधी के कारण हुई है, जिससे पक्षी उड़ भी नहीं पाए और एकसाथ जमीन पर गिरते चले गए।
हालांकि इस आंधी-तूफान से जहां गर्मी से राहत महसूस हुई, वहीं कई जिलों में इसके चलते जनहानि भी हुई। आकाशीय बिजली गिरने और पेड़-खंभे गिरने से लोग इसकी चपेट में आ गए। ग्रामीण और शहरी इलाकों में बिजली व्यवस्था भी बुरी तरह प्रभावित रही।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, मेरठ, अलीगढ़, झांसी, इटावा और बिजनौर जैसे जिलों में भारी नुकसान की खबर है। जानकारी के अनुसार राजधानी दिल्ली में 2, मेरठ में 1, ग्रेटर नोएडा में 3, झांसी में 1, अलीगढ़ में 1, सहारनपुर में 2, इटावा में 2 और बिजनौर में 1 व्यक्ति की जान इस कुदरती कहर में चली गई है।