झांसी न्यूज डेस्क: झांसी में दिवाली की रौशनी के बीच एक परिवार का संसार उजड़ गया। मऊरानीपुर थाना क्षेत्र के सितौरा गांव में एक रेप पीड़िता के देवर की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई। परिजनों का आरोप है कि यह हत्या उसी पक्ष ने की है जो डेढ़ साल पुराने रेप केस में समझौते का दबाव बना रहा था। दिवाली पर घर लौटे भाइयों पर हमला इतना निर्मम था कि पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।
जानकारी के अनुसार, जयपुर में मजदूरी कर रहे तीन भाई दीपावली मनाने के लिए गांव लौटे थे। सोमवार दोपहर जब वे बाइक की मरम्मत और त्योहार की खरीदारी के लिए मऊरानीपुर गए, तो लौटते वक्त लाल पहाड़िया के पास 10-12 हमलावरों ने उन्हें घेर लिया। लोहे की रॉड और डंडों से हमला कर मृतक के हाथ-पैर तोड़ दिए गए। घायल अवस्था में उसे मऊरानीपुर सीएचसी ले जाया गया, जहां से झांसी मेडिकल कॉलेज भेजा गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
मृतक के भाई शिशुपाल ने बताया कि डेढ़ साल पहले उसकी पत्नी के साथ गांव के ही एक युवक ने रेप किया था। मामला दर्ज होने के बाद से आरोपी पक्ष लगातार समझौते के लिए धमका रहा था। धमकियों से बचने के लिए वे जयपुर में मजदूरी करने चले गए थे। शिशुपाल ने कहा, “मैं बाइक से आगे था, पीछे से भाई की चीख सुनी तो देखा कि आरोपी उसे बेरहमी से पीट रहे थे। मुझे बचाने की कोशिश की तो उन्होंने मुझ पर तीन फायर किए।”
मृतक की उम्र 24 साल बताई जा रही है। वह दो छोटे बच्चों का पिता था। परिवार के हालात बेहद कठिन हैं—माता-पिता दोनों दिव्यांग हैं और गांव में अकेले रहते हैं। पुलिस ने इस वारदात के बाद इलाके में गश्त बढ़ा दी है और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। गांव में मातम का माहौल है और लोग प्रशासन से जल्द न्याय की मांग कर रहे हैं।