झांसी न्यूज डेस्क: पहाड़ जैसी उम्र पार कर चुकी 106 वर्षीय मुखराजी देवरिया से अपने नाती सुनील के साथ गोवा जा रही थीं, लेकिन यात्रा बीच में ही थम गई। दोनों शनिवार शाम जोगबनी–आगरा कैंट स्पेशल एक्सप्रेस में सवार हुए थे। रास्ते में दादी–पोते ने उरई स्टेशन पर नाश्ता किया। मुखराजी बिल्कुल सामान्य थीं, बातचीत कर रही थीं और फिर नीचे की सीट पर आराम करने के लिए लेट गईं।
सुबह ट्रेन झांसी पहुंची तो सुनील ने दादी को उतरने के लिए जगाया, लेकिन उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। पहले सुनील को लगा कि वे गहरी नींद में हैं, लेकिन बार-बार आवाज़ देने के बाद भी वह नहीं उठीं। इससे घबराए सुनील ने यात्रियों और रेलवे स्टाफ को स्थिति बताई।
मौके पर पहुंचे रेलवे डॉक्टरों ने जांच की और मुखराजी को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद जीआरपी ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। सुनील ने बताया कि वह छुट्टी पर गांव आया था और दादी को अकेला न छोड़ने के लिए उन्हें गोवा अपने साथ ले जा रहा था।
परिवार के लिए यह हादसा बेहद दुखद रहा, क्योंकि मुखराजी पूरे सफर में बिल्कुल ठीक थीं और गोवा पहुंचने को उत्साहित भी थीं। लेकिन झांसी पहुंचने से पहले ही उनका जीवन शांत हो गया। रेलवे द्वारा आगे की आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।