झांसी न्यूज डेस्क: मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हो रही तेज बारिश के कारण राजघाट और माताटीला बांधों में पानी की आवक काफी बढ़ गई है। बुधवार को जलस्तर नियंत्रित करने के लिए दोनों बांधों के गेट खोल दिए गए, जिससे तीन लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया। इसके चलते बेतवा नदी उफान पर आ गई है और निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। सिंचाई विभाग ने प्रभावित क्षेत्रों में अलर्ट जारी कर लोगों से नदी के पास न जाने की अपील की है।
राजघाट बांध के 16 गेट खोलकर 3.54 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिसके बाद माताटीला बांध के भी 23 गेट खोलकर 3.30 लाख क्यूसेक पानी बहाया गया। इसके अलावा शहजाद, सजनाम, कचनौंदा और भावनी जैसे छोटे बांधों से भी हजारों क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि जलस्तर सामान्य होने पर गेट बंद कर दिए जाएंगे, लेकिन तब तक सतर्कता जरूरी है।
इस भारी जल प्रवाह का असर आसपास के बुनियादी ढांचे पर भी दिख रहा है। यूपी और एमपी को जोड़ने वाला चंदेरी पुल पूरी तरह डूब गया है, जिससे भारी वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। हालांकि, छोटे वाहन राजघाट बांध के ऊपर से गुजर रहे हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुल और बांध के पास पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
नदी किनारे बसे गांवों में प्रशासन लगातार मुनादी और पुलिस के जरिए चेतावनी दे रहा है। सिंचाई विभाग ने ग्रामीणों से कहा है कि खुद भी नदी के पास न जाएं और मवेशियों को भी दूर रखें। यह स्थिति अगले कुछ दिनों तक बनी रह सकती है, जब तक बारिश का दौर थमता नहीं।