झांसी न्यूज डेस्क: भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) की झांसी इकाई इस वित्तीय वर्ष में भी यूरोप और अफ्रीकी देशों को उच्च क्षमता वाले ट्रांसफार्मर निर्यात करेगी। कंपनी के पास इस समय 6900 करोड़ रुपये का वर्क ऑर्डर है, जिसमें से करीब 30 फीसदी ऑर्डर विदेशों के लिए है। यह कंपनी की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय पहचान और मजबूत तकनीकी क्षमता को दर्शाता है।
भेल झांसी इकाई में खासतौर से पावर, रेक्टिफायर, ट्रैक्शन, ईएसपी और ड्राई टाइप ट्रांसफार्मर बनाए जाते हैं। इनकी विदेशों में मांग लगातार बढ़ रही है। जर्मनी, हालैंड, पोलैंड, फिनलैंड, तंजानिया, दक्षिण अफ्रीका, मिस्र, यूएई और मलेशिया जैसे देशों से इस साल भी ऑर्डर आए हैं। इन देशों में बिजली उत्पादन और ट्रांसमिशन नेटवर्क के लिए भेल के ट्रांसफार्मरों को प्राथमिकता दी जा रही है।
अधिकारियों के अनुसार, दुनियाभर में भेल के बिजली उपकरणों की स्थापित क्षमता 197 गीगावॉट तक पहुंच चुकी है। कंपनी का कहना है कि घरेलू बाजार के साथ-साथ विदेशी बाजार से भी मांग में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जनसंपर्क अधिकारी बहादुर सिंह के मुताबिक, कंपनी की ऑर्डर बुक इस समय बेहद मजबूत है और ज्यादातर काम ट्रांसफार्मर उत्पादन से जुड़ा हुआ है।
झांसी इकाई के प्रदर्शन में पिछले पांच सालों में 47% की वृद्धि दर्ज हुई है। इस वर्ष स्थानीय इकाई का टर्नओवर लक्ष्य 1400 करोड़ रुपये रखा गया है। यहां ट्रांसफार्मर के अलावा लोकोमोटिव भी बनाए जा रहे हैं। साथ ही वंदेभारत ट्रेन के नए कोच बनाने का करार भी इस इकाई को मिला है। इसका एक हिस्सा झांसी में और दूसरा टीटागढ़ में तैयार किया जाएगा।