झांसी न्यूज डेस्क: झांसी स्टेशन से ठीक पहले उदयपुर-खजुराहो एक्सप्रेस के थर्ड AC कोच में अचानक फायर अलार्म बजने से यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। ट्रेन जैसे ही आउटर पर रुकी, कोच M-1 में बैठे यात्रियों को लगा कि कोच में आग लग गई है। डर के मारे कुछ लोग दरवाजे की ओर भागने लगे, कई यात्री चलती ट्रेन से कूदने की तैयारी में थे, लेकिन ट्रेन की रफ्तार अधिक होने की वजह से ऐसा कोई हादसा नहीं हुआ।
घटना के दौरान कोच अटेंडेंट ने सूझबूझ दिखाते हुए सभी यात्रियों को समझाया कि कोई आग नहीं लगी है और अलार्म किसी अन्य वजह से बजा है। 15 मिनट तक अलार्म बजने के बाद रेलवे स्टाफ मौके पर पहुंचा और अलार्म को बंद किया। तब जाकर सभी यात्रियों ने राहत की सांस ली। यह ट्रेन झांसी स्टेशन पर करीब 19 मिनट की देरी से पहुंची।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, कोच में किसी यात्री ने बीड़ी या सिगरेट पी होगी, जिससे फायर सेफ्टी सेंसर ने धुआं पकड़ लिया और अलार्म बजने लगा। रेलवे के LHB कोच में लगे फायर अलार्म सेंसर किसी भी प्रकार के धुएं को पकड़ लेते हैं और यदि अलार्म बजने के एक मिनट के अंदर ट्रेन नहीं रुकी, तो यह सिस्टम खुद ही ब्रेक लगा देता है।
मंडल जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि ट्रेन में आग नहीं लगी थी, लेकिन जिसने सिगरेट पीकर सुरक्षा नियमों की अनदेखी की, उसकी पहचान की जा रही है और उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह फायर अलार्म सिस्टम की सजगता का उदाहरण है, जिससे किसी भी संभावित हादसे से पहले अलर्ट मिल गया।