झांसी न्यूज डेस्क: लगातार बारिश के चलते शहर की हवा में पिछले पांच दिनों से नमी बनी हुई है, जिसका असर अब लोगों की सेहत पर दिखने लगा है। नमी के कारण फंगल इंफेक्शन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अस्पतालों के त्वचा रोग विभागों में मरीजों की लंबी कतारें लग रही हैं। डॉक्टरों का कहना है कि इस मौसम में कपड़ों की सीलन और शरीर की गीलापन फंगल संक्रमण को फैलने का बड़ा कारण बन रहे हैं।
त्वचा रोग विभागाध्यक्ष डॉ. नीरज श्रीवास्तव के अनुसार, पिछले पांच महीनों से ओपीडी में फंगल मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अब रोजाना करीब 450 से 500 मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है, जिसके चलते घर के कई सदस्य एक साथ इसकी चपेट में आ जाते हैं।
डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि कई लोग तुरंत राहत पाने के लिए बाजार से स्टेरॉयड वाली क्रीम खरीदकर लगा लेते हैं। इससे थोड़ी देर के लिए खुजली तो रुक जाती है, लेकिन फंगल त्वचा के अंदर और तेजी से बढ़ता जाता है। जब लोग क्रीम लगाना बंद कर देते हैं, तो यह संक्रमण शरीर के दूसरे हिस्सों में फैल जाता है।
चिकित्सक सलाह देते हैं कि ऐसे मरीजों को कम से कम 30 से 45 दिन तक लगातार दवा लेनी चाहिए। बीच में दवा छोड़ने से बीमारी दोबारा उभर जाती है। उन्होंने यह भी कहा कि फंगल संक्रमण से बचाव के लिए नमी वाले कपड़े न पहनें, नहाने के बाद शरीर को पूरी तरह सुखाएं और संक्रमण की स्थिति में दूसरों से हाथ मिलाने से बचें।