झांसी न्यूज डेस्क: झांसी, ललितपुर और उरई समेत पूरे झांसी परिक्षेत्र में दो महीने की भीषण गर्मी ने बिजली विभाग की हालत खस्ता कर दी है। अप्रैल से अब तक ओवरलोड की वजह से 1389 ट्रांसफार्मर जल चुके हैं। बिजली अधिकारियों का कहना है कि हर दिन करीब 15 से 20 ट्रांसफार्मर फुंक रहे हैं। गर्मी में जैसे-जैसे तापमान बढ़ा, वैसे-वैसे बिजली की मांग भी बढ़ती गई, जिससे ट्रांसफार्मर ओवरलोड होकर फुंकने लगे। इससे विभाग को करीब पांच करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है, जबकि मोहल्लों में लगातार बिजली की किल्लत से आम लोग बेहद परेशान हैं।
बिजली विभाग ट्रांसफार्मर को सुरक्षित रखने के लिए लाखों रुपये के उपकरण लगाता है, लेकिन इसके बावजूद भीषण गर्मी में ये उपाय बेअसर साबित हो रहे हैं। विभाग के वर्कशॉप आंकड़ों के मुताबिक सिर्फ अप्रैल से अब तक 1416 ट्रांसफार्मर बदले जा चुके हैं, जिनमें 1389 ओवरलोड की वजह से फुंके हैं। ट्रांसफार्मरों पर जरूरत से ज्यादा लोड पड़ने से उनकी उम्र घट रही है और वे समय से पहले ही खराब हो रहे हैं।
इनमें सबसे ज्यादा नुकसान 25 केवीए क्षमता वाले ट्रांसफार्मरों को हुआ है, जिनकी संख्या 437 है। गर्मी में लोगों के घरों, दफ्तरों और दुकानों में कूलर, पंखे और एसी की खपत बहुत बढ़ गई, जिससे अचानक बिजली की मांग कई गुना हो गई। इससे न सिर्फ लाइनें फाल्ट करने लगीं, बल्कि ट्रांसफार्मर भी लगातार जलने लगे।
झांसी जोन के शहरी और ग्रामीण इलाकों में करीब 7.85 लाख उपभोक्ता हैं, लेकिन उनकी संख्या के मुकाबले ट्रांसफार्मरों की क्षमता में कोई इजाफा नहीं किया गया है। नतीजा ये है कि ज़्यादातर ट्रांसफार्मर ओवरलोड हो रहे हैं। इससे एक ओर उपभोक्ता लो वोल्टेज और बार-बार कटौती की मार झेल रहे हैं, वहीं दूसरी ओर बिजली विभाग को करोड़ों का नुकसान हो रहा है। वर्कशॉप में ट्रांसफार्मर की मरम्मत कर उन्हें बदला तो जा रहा है, लेकिन जब तक क्षमता नहीं बढ़ेगी, ये समस्या हर गर्मी में दोहराई जाती रहेगी।