झांसी न्यूज डेस्क: झांसी में सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर हंगामा देखने को मिला, जब बीएसपी नेताओं के साथ दर्जनों लोग नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पहुंचे। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि नगर निगम ने बुलडोजर चलाकर उन्हें उनके घरों से बेघर कर दिया, जबकि वे पिछले 25 साल से उसी जमीन पर रह रहे थे। लोगों ने प्रशासन से गुहार लगाई कि जांच कराई जाए और उन्हें दोबारा उसी जगह बसाया जाए।
नगरिया कुआं इलाके के दर्जनों लोग बीएसपी नेता लाला राम अहिरवार और तिलक चंद अहिरवार के नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। प्रदर्शन में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल थे। महिलाओं ने “न्याय दो” के नारे लगाते हुए बताया कि शनिवार को नगर निगम की टीम अचानक बुलडोजर लेकर पहुंची और बिना कोई सूचना दिए उनके घर गिराने लगी। जब कारण पूछा गया तो अधिकारियों ने कहा कि यह कार्रवाई लखनऊ से आए आदेश के तहत की जा रही है।
प्रभावित लोगों का कहना है कि वे इस इलाके में दो दशकों से ज्यादा समय से रह रहे हैं और कभी किसी ने उन्हें वहां से हटाने की बात नहीं कही। अचानक हुई बुलडोजर कार्रवाई में उनका सब कुछ बर्बाद हो गया। महिलाओं ने बताया कि उन्होंने अपने घर कर्ज लेकर बनाए थे, और अब सारा जीवन-भर की मेहनत मिट्टी में मिल गई है। उन्होंने कहा कि प्रशासन को कम से कम उन्हें वैकल्पिक व्यवस्था देनी चाहिए।
बीएसपी नेता लाला राम अहिरवार ने जिलाधिकारी मृदुल चौधरी से मुलाकात कर पूरी कार्रवाई पर तत्काल रोक लगाने की मांग की। उन्होंने कहा कि जिन परिवारों के घर तोड़े गए हैं, उनमें ज्यादातर बहुजन समाज से हैं, और उन्हें इस तरह सड़कों पर नहीं छोड़ा जा सकता। फिलहाल प्रशासन ने शिकायत दर्ज कर जांच की बात कही है।