झांसी न्यूज डेस्क: झांसी मंडल के वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन पर बुधवार को एक बड़ी मॉकड्रिल का आयोजन किया गया, जिसमें एनडीआरएफ और रेलवे के कई विभागों ने हिस्सा लिया। इस अभ्यास के दौरान एक यात्री कोच में आग लगने की स्थिति का सीन बनाया गया और उस पर कैसे काबू पाया जाए, इसका रिहर्सल किया गया। आग बुझाने के साथ-साथ यात्रियों को सुरक्षित निकालने की कार्रवाई को भी बारीकी से अंजाम दिया गया।
इस मॉकड्रिल में रेलवे के तमाम विभागों जैसे कि सिविल पुलिस, जिला प्रशासन, रेलवे और सिविल चिकित्सा विभाग, जीआरपी, आरपीएफ, फायर ब्रिगेड समेत सभी संबंधित एजेंसियों ने मिलकर राहत और बचाव कार्य में सक्रिय भागीदारी निभाई। एक आपात स्थिति में किस तरह समन्वय के साथ काम किया जाना चाहिए, इसका व्यावहारिक प्रशिक्षण इस अभ्यास के ज़रिये सभी को मिला।
अभ्यास के दौरान यह दिखाया गया कि कोच में आग लगने पर किस तरह पहले आग बुझाई जाती है और फिर कोच में फंसे यात्रियों को बाहर निकाला जाता है। इस दौरान दो मृत यात्रियों और 11 घायल यात्रियों को बाहर निकालकर उन्हें तत्काल उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया। पूरी कार्रवाई समयबद्ध और योजनाबद्ध तरीके से की गई।
मॉकड्रिल में स्काउट गाइड के सदस्यों की भी अहम भूमिका रही, जिन्होंने बचाव कार्यों में सहयोग किया। इस मौके पर अपर मंडल रेल प्रबंधक नंदीश शुक्ल, प्रयागराज के उप मुख्य संरक्षा अधिकारी ओपी सिंह, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी गिरीश कंचन, एनडीआरएफ कमांडेंट पंकज मिश्रा और नागरिक सुरक्षा के सहायक उपनियंत्रक सुनील सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी अपनी टीमों के साथ मौजूद रहे और अभ्यास का नेतृत्व किया।