सऊदी अरब में हाल ही में हुए एक दर्दनाक बस हादसे में 42 हज यात्रियों की मौत हो गई, जबकि तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद का एक 24 वर्षीय युवक, मोहम्मद अब्दुल शोएब, चमत्कारिक रूप से जिंदा बच गया। यह बस हादसा मक्का से मदीना जाते समय हाईवे पर हुआ, जिसने उमराह के लिए गए कई परिवारों की खुशियों को मातम में बदल दिया। हादसे के वक्त बस में कुल 45 लोग सवार थे। इस भीषण टक्कर और आग में 42 लोगों ने अपनी जान गंवा दी, जबकि 2 यात्री गंभीर रूप से घायल हुए। 24 वर्षीय मोहम्मद अब्दुल शोएब इन तीन जीवित बचे लोगों में से एक हैं।
ड्राइवर की सीट के पास बैठने से बची जान
मिली जानकारी के अनुसार, हैदराबाद के बाजार घाट और विद्यानगर निवासी कई लोग दो ट्रैवल एजेंसियों—'अल-मीना हज और उमरा ट्रैवल्स'—के माध्यम से उमराह यात्रा पर गए थे। मक्का से मदीना की ओर जाते समय उनकी बस हाईवे पर खड़े एक डीजल टैंकर से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि उसके तुरंत बाद जोरदार धमाका हुआ और दोनों वाहनों में आग लग गई। मोहम्मद अब्दुल शोएब के जीवित बचने का कारण उनकी सीटिंग पोजीशन बताई जा रही है। शोएब ड्राइवर की साइड में बैठे थे, और जैसे ही टक्कर लगी, वह बस से निकलकर बाहर जा गिरे। इस कारण वह आग की भीषण लपटों की चपेट में आने से बच गए, हालांकि उन्हें चोटें आई हैं। अब्दुल शोएब इस समय अस्पताल में भर्ती हैं, जहां उनका इलाज चल रहा है।
नींद में होने के कारण यात्रियों को नहीं मिला मौका
हादसे की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बस में सवार अधिकांश यात्री टक्कर के वक्त नींद में थे। आमने-सामने की टक्कर के बाद तुरंत आग लगने से किसी को भी बस से निकलने का मौका नहीं मिला। देखते ही देखते बस धू-धू कर जलने लगी और 42 जिंदगियां हमेशा के लिए शांत हो गईं। मृतकों में एक ही परिवार की तीन पीढ़ियां भी शामिल हैं।
जांच के आदेश और शोक व्यक्त
सऊदी अरब सरकार ने इस 'खूनी' रोड पर हुए हादसे की जांच शुरू कर दी है। जांच में यह पता लगाया जा रहा है कि टैंकर हाईवे पर खड़ा था या चल रहा था, और क्या बस की स्पीड तेज थी या ड्राइवर नींद में था। इस भीषण त्रासदी पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी सहित कई नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है। रियाद स्थित भारतीय दूतावास और जेद्दाह कंसुलेट तुरंत सक्रिय हुए और सऊदी सरकार के अधिकारियों से जानकारी ली।
मृतकों के शवों की पहचान DNA टेस्ट के जरिए की गई है, और अब उन्हें जल्द ही भारत लाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। तेलंगाना की रेवंत रेड्डी सरकार ने प्रभावित परिवारों की मदद के लिए एक कंट्रोल रूम बनाया है और हेल्पलाइन नंबर 7997959754 और 9912919545 जारी किए हैं।