झांसी न्यूज डेस्क: झांसी के लिए यह गर्व का पल है, जहां सीए फाइनल परीक्षा के परिणाम में शहर के 11 युवाओं ने सफलता हासिल की है। खास बात यह रही कि इनमें से आठ बेटियां हैं, जिन्होंने अपने घर और शहर का नाम रोशन किया है। सबसे प्रेरणादायक कहानी है रोडवेज ड्राइवर की बेटी शिवी शिवहरे की, जिन्होंने परिवार की सरकारी नौकरी की उम्मीदों को पीछे छोड़ते हुए कॉमर्स में कॅरियर बनाने का सपना देखा और उसे पूरा किया। अब वे चार्टर्ड अकाउंटेंट बन गई हैं।
झोकनबाग की गुंजन परवानी भी पहले ही प्रयास में सीए बन गई हैं, जबकि वहीं के समर्थ अग्रवाल ने भी स्टॉक मार्केट में रुचि के चलते अकाउंट्स को चुना और सफलता पाई। गुरसराय के हैप्पी जैन ने दिल्ली में साढ़े चार साल की मेहनत के बाद मंज़िल पाई, तो सीपरी बाजार की शेफाली अग्रवाल ने तीसरे प्रयास में परीक्षा पास कर अपने हौसले का परिचय दिया। उन्होंने बताया कि विज्ञान में रुचि न होने की वजह से कॉमर्स चुना और फिर सीए को लक्ष्य बना लिया।
पठौरिया के दिव्यांशु तिगुनायक, बबीना की शिवानी, और ओमशांति नगर की प्राची अग्रवाल भी उन होनहारों में शामिल हैं जिन्होंने परिस्थितियों को चुनौती देकर यह उपलब्धि हासिल की। प्राची पहले इंजीनियर बनना चाहती थीं, लेकिन पिता की तबीयत बिगड़ने के कारण वह बाहर नहीं जा सकीं। ऐसे में चाचा से प्रेरणा लेकर उन्होंने सीए की राह चुनी और सफलता पाई।
नगरा की नित्या जैन ने अपने दादा का सपना पूरा करते हुए सीए बनकर परिवार को गौरवान्वित किया। उनके दादा चाहते थे कि वह इस क्षेत्र में जाएं और नित्या ने मेहनत करके यह मुकाम हासिल किया। इसके अलावा सलोनी जैन और संस्कृति गुप्ता की सफलता ने भी पूरे शहर को खुश कर दिया। घर-घर में मिठाई बंटी और इन युवाओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना की गई।